पाठ से
कविता में फ़र्श पर कौन-कौन और क्या-क्या करते हैं?
फ़र्श पर सुरज अपनी घनी धूप बिखेरता हैं। हवा धूल के तिनके बिखेरती है। चिड़िया अपने घोंसले के लिए लड़कियों के तिनके को फ़र्श पर बिखेर देती हैं। मम्मी फ़र्श पर दाल चावल के दाने बिखेर देती हैं। पापा अपने जूते फ़र्श पर बिखेर देते हैं। मुन्ना दुध से भरी कटोरी फ़र्श पर उलट देता हैं।
पाठ से
फ़र्श पर सभी के द्वारा कुछ न कुछ काम करने की बात कविता में हुई है, मगर महरी के काम को ही कविता लिखना क्यों कहा गया है?
महरी का काम होता है फर्श पर झाडू एवं पोछा लगाना। कवि की कविता में महरी के काम को ही कविता माना है क्योंकि वह झाडू एवं पोछा लगाते समय फर्श पर कुछ लाइनें छोड़ देती है। कवि ने इसी को कविता कहा है|
तुम्हारी बात
तुम अगर मुन्ना की जगह रहो तो क्या करोगे और क्यों?
बच्चे नादान होते है। नादानी करना उनका स्वभाव होता है। अगर हम मुन्ना की जगह होते तो उसी की तहर नादानियाँ एवं मस्ती करेंगे क्योंकि बच्चों के स्वभाव में ही मस्ती करना होता है|
तुम्हारी बात
मम्मी और महरी के काम में तुम्हें जो कुछ समानता और असमानता नजर आती है, उसे अपने ढंग से बताओ।
मम्मी और महरी दोनों साफ़ सफाई करने, खाना बनाने, कपड़े धोने, बर्तन मांजने जैसे कार्य करते हैं इस प्रकार दोनों के इन कार्यों में समानता है| परंतु जब मम्मी खाना पकाती हैं तो उनके द्वारा बनाया गया खाना बहुत ही स्वादिष्ट होता है| जब माँ खाना बनाती है तो अपनो के लिए उसमें अपना प्यार, दुलार का तड़का भी लगाती है| परंतु जब महरी खाना बनाती है तो वह केवल पैसों के लिए करती है। महरी हर काम के पैसे लेती है। परंतु मम्मी कभी कोई मांग नहीं करती ना ही कुछ माँगती है। वह केवल प्यार देती है।
तुम्हारी बात
तुम कविता में सभी को कुछ न कुछ करते हुए पाते हो। उसमें से तुम्हें किसका काम सबसे ज़्यादा है और क्यों?
कविता में सबसे ज्यादा काम सूरज का होता है। सुरज से हमें रोशनी मिलती है एवं वह हमें उर्जा प्रदान करता है जिससे हमें सभी रोगों से मुक्ति मिलती है। इस प्रकार मुझे इस कविता में सूरज का काम सबसे अधिक पसंद आया|
तुम्हारी बात
तुम अपने घर को साफ रखने के लिए क्या-क्या करते हो? उन कामों की सूची बनाओ और उसके सामने यह भी लिखो कि तुम वह काम कब-कब करते हो।
घर को साफ बनाए रखने के लिए हम हर संभव प्रयास करते है। बाहर से आते ही हर चीज को एक ख़ास जगह पर रख देते है जिससे सफाई बनीं रहती है। पढ़ाई के समय कागज़ एवं पेंन्सिल के टुकडे इधर उधर ना गिरे इसका ख्याल रखते है। खेलते समय चीजें इधर उधर न हो जाए यह भी ध्यान में रखते है। विद्यालय के कपड़े स्वच्छ एवं साफ़ हो इसका भी ध्यान रखते है।
तुम्हारी कल्पना
कविता में से चुनकर कुछ शब्द नीचे दिए गए हैं-
चिड़िया, डाल, तिनके, सूरज, हवा, हाथ, मुन्ना, कविता
इनका प्रयोग करते हुए कोई कहानी या कविता लिखो।
ठंड का मौसम एवं सुबह की निराली शुरूआत सुरज की किरणें और ताजी हवा के तिनके सुख का आनंद दे रही थी। एक घर के आँगन में माँ चावल के दाने साफ कर रही थी और उसका मुन्ना पुस्तक पढ़ रहा था। घर के सामने ही बरगद का बड़ा सा पेड़ था जहाँ एक पेड़ की एक डाल पर बैठी चिड़िया अपने बच्चों को उड़ना सिखा रही थी। घर में बैठा बालक यह देख रहा था। चिड़िया का एक बच्चा उड़ने के प्रयास में गिर पड़ा। परंतु चिड़िया बिना डरे अपने बच्चे को प्रोत्साहित कर फिर उड़ने को कहती है। फिर बाकी बच्चे उड़ने का प्रयास कर उड़ने लगते है। परंतु जमीन पर गिरा बच्चा उड़ नहीं पाया। यह देख चिडिया हाथ बढ़ाकर अपने बच्चे को उठकर उड़ना सिखाती है। इस सभी को देख घर में बैठा बालक अपनी माँ से जाकर लिपट गया और अपना प्यार व्यक्त करने लगा|
फ़र्श पर कविता
“और इस तरह लिखती है हर रोज़ एक कविता फ़र्स पर।”
कविता में फ़र्श पर काम करने को भी कविता लिखना बताया गया है। फ़र्श के अतिरिक्त अन्यत्र भी तुम कुछ लोगों को काम करते हुए पा सकते हैं। उनमें से तुम जिन कामों को कविता लिखना बता सकते हो, बताओ और उसके कारण भी बताओ।
कामवाली जब बर्तन मांजती हैं, तो उस काम में भी कविता जैसी तरंग और लय होती है| जब वह बर्तन धोती है, तभी बर्तन घिस घिस कर और बर्तन गिराकर भी आवाजें आती हैं। इसी प्रकार बर्तन मांजने को भी कविता कहा जा सकता है।
इसी प्रकार कपड़े धोने को भी कविता कहा गया है। क्योंकि जब कपड़े धोते है तो कपड़े घिसने की आवाज आती है|
बच्चे और फ़र्श
बच्चे फ़र्श पर अपनी मर्ज़ी से जो उन्हें अच्छा काम लगता है वो काम करते हैं। उसमें कभी-कभी फ़र्श को तो कभी-कभी बच्चों को भी नुकसान उठाना पड़ता है। पता करो-
क) बच्चों द्वारा फ़र्श पर क्या-क्या करने से उन्हें नुकसान होता है? उसकी सूची बनाओ।
ख) बच्चों के किन-किन कामों से फ़र्श को नुकसान होता है?
१. बच्चे फ़र्श पर जोर जोर से कूदते है तो उन्हें चोट लगने का भय रहता है।
२. बच्चे नादान होते है। कभी कभी चीजें यहां वहाँ डाल देते है जिससे उनके गिरने का डर रहता हैं।
३. चिकने फिसलन वाली फर्श पर जब पानी गिर जाता है, तो चलते या खेलते समय फिसलने का डर रहता है।
ख) १. जब बच्चे ज्यादा वज़नदार सामान यहां से वहा घसीटते है, तो फ़र्श पर रगड़ पड़ जाती है।
२. छोटे बच्चे फ़र्श पर किसी नुकीली वस्तु से लिखने का प्रयास करते समय फ़र्श पर लकीरें पड़ जाती है।
इन सभी चीजों से फ़र्श को नुकसान पहुचता हैं।
काम के शब्द
कविता में बहुत से कामों का जिक्र किया गया है; जैसे-बीनना, बिखेरना, सजाना, उतारना, समेटना, आदि। इन्हें क्रियाओं कहते हैं। नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं। इन्हें उचित क्रिया के साथ लिखो- पानी, टोकरी, बस्ता, चावल, हथेली, रंग, जूते
................ बीनना ................... बिखेरना .................सजाना
................ उतारना ...............समेटना