निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
काठगोदाम के पास भीड़ क्यों इकट्ठी को गई थी?
सोने के व्यवसायी ख्यूक्रिन को कुत्ते ने काट खाया था। इसीलिये काठगोदाम के पास भीड़ इस दृश्य को देखने हेतु इकट्ठा हो गयी थी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
उँगली ठीक न होने की स्थिति में ख्यूक्रिन का नुकसान क्यों होता?
ख्यूक्रिन को अपने व्यवसाय में सारा कार्य हाथ से ही करना पङता था और कुत्ते के पिल्ले ने उसे हाथ की उंगलियों में ही काट खाया था। इसीलिये उंगली ठीक न होने की स्थिति में उसका बहुत नुकसान होता।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
कुत्ता क्यों किकिया रहा था?
कुत्ता द्वारा ख्यूक्रिन को काटने के बाद उसने कुत्ते की टांग को कसकर पकड़ रखा था और उसे मार भी रहा था। इसीलिय कुत्ता भयवश किकिया रहा था।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
बाज़ार के चौराहे पर खामौशी क्यों थी?
इंस्पेक्टर काफी रौबदार और भ्रष्ट ऑफिसर था। उसके चौराहे पर गश्त लगाने से उसके डर के कारण वहाँ खामोशी थी|
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
जनरल साहब के बावर्ची ने कुत्ते के बारे में क्या बताया?
जनरल साहब के बावर्ची ने कुत्ते के वास्तविक मालिक के बारे में बताया। उसने बताया कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है जो कुछ समय पूर्व अपने भाई के पास आये थे।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
ख्यूक्रिन ने मुआवज़ा पाने की क्या दलील दी?
ख्यूक्रिन ने कुत्ते द्वारा उसके हाथ की उंगली काटने के बाद अपने व्यवसाय में नुकसान होने की बात इंस्पेक्टर के सामने रखकर मुवावजा पाने की दलील दी। उसने कहा कि उसे सारा कार्य हाथ से करना पड़ता है और अब कुत्ते के काटने के बाद वह हाथ से कार्य नहीं कर पायेगा इसीलिये उसे मुआवजा चाहिए|
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
ख्यूक्रिन ने ओचूमेलॉव को उँगती ऊपर उठाने का क्या कारण बताया?
ख्यूक्रिन ने इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव को अपनी उंगली ऊपर उठाने के बारे में कुत्ते द्वारा उसकी उंगली को काटने को इसका कारण बताया। उसने कहा की उसे कार्य करते वक्त कुत्ते के पिल्लै ने काट लिया था इसीलिये ऊँगली ऊपर उठी हुई है|
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को दोषी ठहराते हुए क्या कहा?
सिपाही येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को दोषी ठहराते हुए उसे शरारती बताया और कहा कि उसने ही कुत्ते की नाक को जलती हुई सिगरेट से जलाकर उसे पहले छेड़ने का कार्य किया होगा और इसीके प्रतिक्रियास्वरुप कुत्ते ने उसे काट लिया होगा|
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
ओचुमेलॉव ने जनरल साहब के पास यह संदेश क्यों भिजवाया होगा कि ‘उनसे कहना कि यह मुझे मिला और मैंने इसे वापस उनके पास भेजा है?
ओचुमेलॉव ने यह संदेश जनरल साहब की नजरों में आने के लिए उनकी ठकुरसुहाती या कहें अपने आपको उनकी नजरों में बङा शुभचिंतक बनकर भविष्य में उनसे अपना स्वार्थ साधने के उद्देश्य से भिजवाया।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
भीड़ ख्यूक्रिन पर क्यों हँसने लगती है?
ख्यूक्रिन भरे बाजार में अपने लिए मुआवजे की बात कर रहा था| भीङ ख्यूक्रिन पर यह जानकर हंसती है कि ख्यूक्रिन को कोई इंसाफ तो नहीं मिला और उल्टे इंस्पेक्टर और सिपाही ने भरे बाजार में उसे बेइज्जत कर दिया।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दो में) लिखिए-
किसी कील-वील से उँगली छील ली होगी-ऐसा ओचुमेलॉव ने क्यों कहा?
जब इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव ने यह जाना कि ख्यूक्रिन को काटने वाला कुत्ता कोई गली का या किसी आम आदमी का कुत्ता नहीं है तब वह स्वार्थवश गिरगिट की तरह रंग बदलने लगा। इस प्रकार वह ख्यूक्रिन की उंगली कटने का दोष उल्टे ख्यूक्रिन पर ही मढने लगा और ऐसा करने के दौरान वह ख्यूक्रिन से कहने लगा कि उसने अपनी ऊँगली किसी कील वील से छील ली होगी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दो में) लिखिए-
ओचुमेलॉव के चरित्र की विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए।
इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव एक भ्रष्ट पुलिस ऑफिसर था। वह बहुत ही स्वार्थी था। वह व्यक्तियों के साथ न्याय उसकी समाज में पोजीशन देखकर और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा के अनुसार करता था। ऐसा वह उस व्यक्ति से अपना स्वार्थ साधने के उद्देश्य से करता था और इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु इन अवसरों पर वह गिरगिट की तरह रंग बदलता रहता था।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दो में) लिखिए-
यह जानने के बाद कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है-ओचुमेलॉव के विचारों में क्या परिवर्तन आया और क्यों?
कुत्ता जनरल साहब के भाई का है ऐसा जानकर इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव के विचारों में काफी परिवर्तन आया। उसने सोचा कि ख्यूक्रिन तो एक आम आदमी है और उसको न्याय दिलाने के लिए जनरल साहब या उनके भाई जैसे बङे आदमी के साथ बैर मोल लेना उचित नहीं होगा। ओचुमेलॉव ने तब ऐसा सोचकर कि ख्यूक्रिन के साथ न्याय नहीं करना है ऐसा परिवर्तन उसके विचारों में आया जबकि शुरू में वह उस कुत्ते को मरियल,आवारा साथ ही कुत्ते की इस गतिविधि के लिए गोली मारने की बात कर रहा था|
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दो में) लिखिए-
ख्यूक्रिन का यह कथन कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है………….। समाज की किस वास्तविकता की और संकेत करता है?
ख्यूक्रिन का प्रस्तुत कथन- ‘मेरा एक भाई पुलिस में है’---वास्तव में समाज की ‘माइट इज राइट’ की छवि की वास्तविकता की ओर ही संकेत करता है। हम इस कहानी में देखते हैं कि कैसे एक आम आदमी ख्यूक्रिन को इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव से कुत्ते द्वारा काटे जाने के मामले में न्याय नहीं मिलता क्योंकि वह एक सामान्य व्यक्ति है जबकि कुत्ता समाज के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति का है और उसे निराश होकर इस कथन का सहारा लेना पङता है कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है-----।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दो में) लिखिए-
इस कहानी का शीर्षक ‘गिरगिट’ क्यों रखा होगा? क्या आप इस कहानी के लिए कोई अन्य शीर्षक सुझा सकते हैं? अपने शीर्षक का आधार भी स्पष्ट कीजिए।
इस कहानी का शीर्षक ‘गिरगिट’ मुख्य रूप से इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव के अपने स्वार्थ की सिद्धि की खातिर बार-बार अपनी बात बदलने के कारण रखा गया होगा। मैं इस कहानी के लिए एक अन्य शीर्षक ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ रखना चाहूंगा। मैंने ऐसा शीर्षक अपनी समझ में प्रस्तुत कहानी में सामर्थ्यवान को न्याय मिलने और निर्बल के ठगा सा रह जाने के कारण सुझाया है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दो में) लिखिए- ‘गिरगिट’ कहानी के माध्यम से समाज की किन विसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है? क्या आप ऐसी विसंगतियाँ अपने समाज में भी देखते हैं? स्पष्ट कीजिए।
गिरगिट कहानी के माध्यम से कवि ने समाज में व्याप्त असमानता और उससे उत्पन्न सामाजिक विसंगतियों जैसे-भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, भाई भतीजावाद, अवसरवादिता आदि पर व्यंग्य किया है। एक आम आदमी ख्यूक्रिन को न्याय नहीं मिलने पर हम इस विसंगति को कहानी में स्पष्ट रूप में पाते हैं। हम ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ वाली सामाजिक विसंगति आये दिनों अपने समाज में भी बहुधा देखते हैं।
निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए:
उसकी आंसुओं से सनी आंखों में संकट की गहरी छाप थी।
रूसी लेखक अंतोन चेखव ने प्रस्तुत उक्ति का प्रयोग कहानी ‘गिरगिट’ में जनरल के भाई के कुत्ते के लिए किया है। यहां उसकी आंखों से तात्पर्य कुत्ते की आंखों से है। वास्तव में कुत्ते द्वारा ख्यूक्रिन को काटने पर उसने कुत्ते को पीटा था और उसकी एक टांग भी कसकर पकड़ रखी थी। ख्यूक्रिन के ऐसे प्रतिकार से कुत्ता आतंकित हो गया। वह दर्द के मारे किकियाने लगा और भयवश उसकी आँखों में आंसू आ गये। उन आंसुओं से सनी आंखों में संकट की गहरी छाप थी यह कथन भयग्रस्त कुत्ते के लिए किया गया है|
निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए:
कानून सम्मत तो यही है………कि सब लोग अब बराबर हैं।
उक्त कथन लेखक अंतोन चेखव ने कहानी के मुख्य पात्र ख्यूक्रिन के मुख से कहलवाया है। यहां इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव से न्याय मिल पाने की संभावना दिखाई न पड़ने पर ख्यूक्रिन इंस्पेक्टर को परामर्श पूर्वक यह बात कहता है। ऐसा कहकर वह इंस्पेक्टर की जमीर या कहें उसकी इंसानियत की भावना को जगाना चाहता है। वास्तव में पहले इंस्पेक्टर कुत्ते द्वारा ख्यूक्रिन को काटे जाने पर उसे न्याय दिलाने की बात कर रहा था। जब उसने जाना कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है तो वह गिरगिट की तरह रंग बदलने लगा या यों कहें कि वह अपनी बात से पलट गया। यह देखकर ख्यूक्रिन को इंस्पेक्टर से न्याय की कोई आस नहीं रही और उसने भ्रष्ट इंस्पेक्टर की ईमानदारी की भावना को जगाने के उद्देश्य से कह दिया कि कानून सम्मत तो यही है-----कि सब लोग अब बराबर हैं।
निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए:
हुजूर! यह तो जनशांति भंग हो जाने जैसा कुछ दिख रहा है।
प्रस्तुत उक्ति लेखक ने सिपाही येल्दीरीन के मुख से कहवाई है। भ्रष्ट इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव और सिपाही ने चौक पर गश्त करने के दौरान काफी भीड़ देखी| वास्तव में ख्यूक्रिन नामक व्यक्ति को एक कुत्ते ने काटा था। उसने कुत्ते को कसकर पकड़ कर रखा था और उसकी पिटाई भी कर रहा था। इस दृश्य को देखने हेतु ही चौक पर काफी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गयी थी। सिपाही ने सोचा कि भारी संख्या में भीड़ इकट्ठा होने का साफ मतलब है कि वहां पर कुछ कानूनी मामला बन रहा है। भ्रष्ट इंस्पेक्टर और सिपाही तो अपना उल्लू सीधा करने हेतु या कहें अपना काम निकालने हेतु ऐसे अवसरों की प्रतीक्षा में रहते थे। अपने इसी उद्देश्य को प्राप्त करने हेतु सिपाही येल्दीरीन ने इंस्पेक्टर से कहा-हुजूर! यह तो जनशांति भंग हो जाने जैसा कुछ दिख रहा है।
नीचे दिए गए वाक्यों में उचित विराम-चिह्न लगाइए-
(क) माँ ने पूछा बच्चों कहाँ जा रहे हो
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था
(ग) हाय राम यह क्या हो गया
(घ) रीना सुहेल कविता और शेखर खेल रहे थे
(ड़) सिपाही ने कहा ठहर तुझे अभी मजा़ चखाता हूँ
(क) माँ ने पूछा- “बच्चों! कहाँ जा रहे हो?”
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था।
(ग) हाय राम! यह क्या हो गया|
(घ) रीना, सुहेल, कविता और शेखर खेल रहे थे।
(ड़) सिपाही ने कहा- “ठहर! तुझे अभी मजा़ चखाता हूँ।“
नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित अंश पर ध्यान दीजिए-
• मेरा एक भाई भी पुलिस में है।
• यह तो अधिक सुंदर ‘डॉगी’ है।
• कल ही मैंने बिलकुल इसी की तरह का एक कुत्ता उनके आँगन में देखा था।
वाक्य के रेखांकित अंश ‘निपात’ कहलाते हैं जो वाक्य के मुख्य अर्थ पर बल देते हैं। वाक्य में इनसे पता चलता है कि किस बात पर बल दिया जा रहा है और वाक्य क्या अर्थ दे रहा है। वाक्य में जो अव्यय किसी शब्द या पद के बाद लगकर उसके अर्थ में विशेष प्रकार का बल या भाव उत्पन्न करने में सहायता करते हैं उन्हें निपात कहते हैं; जैसे- ही, भी, तो, तक आदि।
ही, भी, तो आदि निपातों का प्रयोग करते हुए पाँच वाक्य बनाइए।
ही- यह मेरी ही पुस्तक है।
भी- मेरे साथ वह भी जाएगा।
तो- वह तो बहुत तेज निकला!
तक- तुम्हें देर तक पढाई करनी चाहिए।
पाठ में आए मुहावरों मे से पाँच मुहावरे छाँटकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
1-त्योरियाँ चढ़ाना- अपना अपमान होने पर रमेश ने गुस्से में आकर अपनी त्योरियाँ चढा लीं।
2- मत्थे मढ़ना- उसने तो सारा दोष मेरे ही मत्थे मढ़ दिया।
3- छुट्टी करना- महेश ने अपनी प्रस्तुति से सबकी छुट्टी कर दी।
4- गाँठ बाँध लेना- विद्यापति ने अपनी माँ की बात गाँठ में बाँध ली।
5- मजा चखाना- मैं तुम्हें खेल के मैदान में मजा चखाउंगा।
नीचे दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए-
(क) ---------- + भाव= -----------
(ख) ----------- + पसंद= ------------
(ग) ----------- + धारण= ------------
(घ) ----------- + उपस्थित=---------
(ड-) ---------- + लायक=--------------
(च) ----------- + विश्वास = ------------
(छ) ----------- + परवाह = -----------
(ज) ---------- + कारण= -----------
(क) अ+भाव=अभाव
(ख) ना+पसंद=नापसंद
(ग) निर्+धारण=निर्धारण
(घ) अन्+पस्थित=अनुपस्थित
(ड.) ना+लायक=नालायक
(च) अ+विश्वास=अविश्वास
(छ) ला+परवाह=लापरवाह
(ज) अ+कारण=अकारण
नीचे दिए गए शब्दों में उचित प्रत्यय लगाकर शब्द बनाइए-
मदद +----- = ---------------
बुद्धि + ----------- = ---------------
गंभीर + -------------- = ---------------
सभ्य + ---------------- = ---------------
ठंड + ----------------- = --------------------
प्रदर्शन + ---------------- = ---------------
मदद + गार= मददगार
बुद्धि + हीन = बुद्धिहीन
गंभीर + ता = गंभीरता
सभ्य + ता= सभ्यता
ठंड + आ = ठंडा
प्रदर्शन + ओं = प्रदर्शनों
नीचे दिए गए वाक्यों के रेखांकित पदबंध का प्रकार बताइए-
(क) दुकानों में उँघते हुए चेहरे बाहर झाँके।
(ख) लाल बालोंवाला एक सिपाही चला आ रहा था।
(ग) यह ख्यूक्रिन हमेशा कोई न कोई शरारत करता रहता है।
(घ) एक कुत्ता तीन टाँगों के बल रेंगता चला रहा था।
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) विशेषण पदबंध
(ग) क्रिया पदबंध
(घ) क्रियाविशेष पदबंध
आपके मोहल्ले में लावारिस/आवारा कुत्तों की संख्या बहुत ज़्यादा हो गई है जिससे आने-जाने वाले लोगां को असुविधा होती है। अतः लोगो की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगर अधिकारी को एक पत्र लिखिए।
श्रीमान चेयरमैन
भागलपुर नगर निगम,
भागलपुर
विषय- राहगीरों को लावारिस कुत्तों से हो रही असुविधाओं से मुक्ति दिलाने हेतु आवेदन पत्र।
महाशय,
मैं आपके नगर निगम के अन्तर्गत वार्ड संख्या 5 का निवासी हूँ। पढा-लिखा होने एवं मेरे वार्ड के लोगों का मेरे उपर विश्वास होने के कारण मैं प्रस्तुत पत्र के माध्यम से आपका ध्यान अपने मोहल्ले की एक गंभीर होती जा रही समस्या की ओर दिलाना चाहता हूँ। वास्तव में हमारे मुहल्ले में यह समस्या लावारिस कुत्तों को लेकर है।
मोहल्ले में आने-जाने वाले एवं यहाँ पहले से ही कुत्ते काफी बड़ी संख्या में उपस्थित हैं| ये लावारिस कुत्ते आपस में लड़ते झगड़ते रहते हैं और अपनी आवाज से शांतिपूर्ण माहौल में खलल डालते हैं। कभी-कभी इनमें से कोई कुत्ता राहगीरों को काट लेता है। हम सभी मुहल्ले वासी इन लावारिस कुत्तों के आतंक से काफी आतंकित हैं।
अतः श्रीमान से अनुरोध है कि लावारिस कुत्तों को पकड़वा कर इस समस्या का समाधान शीघ्रातिशीघ्र करने की कृपा करें।
धन्यवाद
भवदीय
मयंक शेखर
वार्ड नं- 5, वास्तुविहार,भागलपुर,बिहार।